उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के पशुपालकों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए Pashupalak Protsahan Yojana की शुरुआत की है। यह योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 2023 में लॉन्च की गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय गौपालकों को प्रोत्साहन देना, देशी नस्लों की संख्या बढ़ाना और दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करना है।
इस योजना के तहत यदि कोई पशुपालक पंजाब, राजस्थान, गुजरात या हरियाणा से स्वदेशी नस्ल की दो गायें खरीदता है, तो उसे प्रति गाय ₹40,000 तक का अनुदान और दूध उत्पादन पर ₹10,000 से ₹15,000 तक की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यानी दो गायों पर अधिकतम ₹80,000 तक की सहायता राशि प्राप्त की जा सकती है।
Pashupalak Protsahan Yojana की मुख्य विशेषताएं:
- Pashupalak Protsahan Yojana केवल उत्तर प्रदेश राज्य के स्थानीय पशुपालकों के लिए है।
- देसी नस्लों में साहिवाल, थारपारकर, गिर, गंगातीरी आदि शामिल हैं।
- प्रत्येक गाय के लिए कुल खर्च का 40% तक अनुदान, अधिकतम ₹40,000।
- यदि गाय प्रतिदिन 10 लीटर से अधिक दूध देती है तो ₹15,000 तक की अतिरिक्त राशि।
- पूरी सहायता सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
पात्रता और दस्तावेज:
इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना आवश्यक है। साथ ही निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड (बैंक से लिंक)
- निवास प्रमाण पत्र
- जमीन का विवरण
- गाय की खरीद का प्रमाण
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो
- प्रतिदिन दूध उत्पादन का प्रमाण
आवेदन प्रक्रिया:
इस योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीके से हो सकती है। हालांकि आधिकारिक वेबसाइट और एप की घोषणा जल्द की जाएगी। इच्छुक लाभार्थी Pashupalak Protsahan Yojana के लिए निर्धारित हेल्पलाइन नंबर 1800-121-8894 पर संपर्क कर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
योजना के फायदे:
- देसी गायों की खरीद और पालन को बढ़ावा।
- पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी और आत्मनिर्भरता।
- दुग्ध उत्पादन में गुणात्मक वृद्धि।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर।
यदि आप उत्तर प्रदेश के पशुपालक हैं और आर्थिक रूप से मजबूत बनना चाहते हैं, तो Pashupalak Protsahan Yojana आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है। जल्दी करें, योजना का लाभ लें और दो देसी गायों से शुरू करें अपनी समृद्धि की यात्रा!